प्रस्तावना
किसी भी व्यक्ति की बुनियादी आवश्यकताओं में रोटी एवं कपड़ा के बाद आवास का स्थान होता है। हम सबका सपना होता है कि अपने जीवन काल में अपना एक उपयुक्त मकान हो जाए। आज के संदर्भ में जब भारत आर्थिक विकास की तरफ बढ़ रहा है और समग्र विकास के युग में कदम रख रहा है, यह आवश्यक से भी अधिक आवश्यक हो गया है कि हम हर किसी के लिए किफायती आवास हेतु समर्थकारी वातावरण का सृजन करें। बीएमटीपीसी ऐसा संगठन है जो 1990 से वैकल्पिक भवन सामग्रियों एवं निर्माण प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देते हुए राष्ट्र को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इन वर्षों में, हमने महसूस किया है कि प्रौद्योगिकी मौजूद तो है किंतु आम आदमी तक नहीं पहुँचती है। अधिकांश समय, हम या तो इन नवाचारी हस्तक्षेपों से अवगत नहीं होते हैं या फिर यह नहीं जानते हैं कि कैसे आगे बढें। इसे ध्यान में रखकर, हम अपने वेब पेज में एक ऐसा खण्ड शुरू कर रहे हैं जिसमें प्रौद्योगिकियों एवं विभिन्न परंपरागत व वैकल्पिक भवन सामग्रियों की आद्योपांत सूचना होगी जिससे लोगों को इस बारे में शिक्षा मिलेगी कि मकान कैसे बनाएं।
मकान में अनिवार्यत: नींव अर्थात सबस्ट्रक्चर एवं सुपर स्ट्रक्चर शामिल होती है। सुपर स्ट्रक्चर पुर: दीवार, छत/फर्श, फिनिशिंग तथा दरवाजे एवं खिड़कियों में विभाजित होता है। हमारे सार-संग्रह में आवास के इन अवयवों के विभिन्न विकल्पों पर खण्ड शामिल हैं। हम परंपरागत, देशी एवं वैकल्पिक प्रणालियों को समाविष्ट कर रहे हैं। यहां उल्लिखित वैकल्पिक प्रणालियां न केवल किफायती हैं अपितु ऊर्जा दक्ष, पर्यावरण अनुकूल एवं हमारी प्रकृति के अनुकूल हैं। वे मझोले से लेकर छोटे उद्यमों की स्थापना में भी सहायता करती हैं तथा स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्रियों पर निर्भर हैं। हमें इसका और अन्वेषण करना चाहिए। यदि किसी इलाके में प्रचुर मात्रा में पत्थर उपलब्ध है तो ब्लॉक, स्लैब, लिंटेल, नींव आदि जैसे संघटकों के निर्माण में इसका प्रयोग किया जा सकता है। यदि कोई इलाका थर्मल प्लांट जैसे उद्योग के पास है, तो ईंट बनाने के लिए उड़न राख जैसी अपशिष्ट सामग्री का प्रयोग किया जा सकता है। ग्रामीण एवं दूर-दराज के इलाकों में, जहां परिवहन की लागत ऊंची है, दीवार, ब्लॉक आदि बनाने के लिए मिट्टी का आश्चर्यजनक रूप से प्रयोग किया जा सकता है।
यहां हमारा प्रयास निम्नलिखित का प्रसार करना है (क) उद्योग या कृषि क्षेत्र के अपशिष्ट उत्पादों का प्रयोग करने वाली वैकल्पिक भवन सामग्रियां (ख) सीमेंट, ईंट, स्टील, लकड़ी जैसी विद्यमान सामग्रियों का कारगर ढंग से प्रयोग करने वाली किफायती निर्माण प्रौद्योगिकियां।
यहां प्रदान की गई सूचनाएं मुख्यत: बीएमटीपीसी के दस्तावेजों एवं प्रकाशनों से ली गई हैं। तथापि, एक मंच पर सूचनाओं को सह-संबंधित करने के लिए भारतीय मानकों, संस्थाओं के प्रकाशनों एवं वेबसाइटों, अकैमेडिया एवं निर्माण एजेंसियों जैसे अन्य संसाधनों का भी संदर्भ ग्रहण किया जाता है।
हमें पूरी उम्मीद है कि यहां प्रदान की गई सूचनाएं वैकल्पिक सामग्रियों एवं प्रौद्योगिकियों, जो सस्ते मकान की दिशा में स्थाई विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी मददगार होंगी, के बारे में जानकारी प्राप्त करने में आम आदमी को संवेदनशील बनाएंगी।
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