भारत की अतिसंवेदनशीलता एटलस

तीसरा संस्करण, 2019

(डिजिटल संस्करण)

 

माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने 2 मार्च, 2019 को नई दिल्ली में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज - इंडिया (जीएचटीसी-इंडिया), कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी इंडिया 2019 एक्सपो-कम-कॉन्फ्रेंस के अवसर पर भारत की अतिसंवेदनशीलता एटलस के तीसरे संस्करण का विमोचन किया।

 

बीएमटीपीसी द्वारा प्रकाशित भारत की अतिसंवेदनशीलता एटलस का तीसरा संस्करण, पूरे देश के लिए मौजूदा जोखिम परिदृश्य को दर्शाता है और जिलेवार संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान के लिए भूकंप, हवा और बाढ़ के संबंध में डिजीटल राज्य / केंद्रशासित प्रदेश-वार खतरा मानचित्र प्रस्तुत करता है। इस संस्करण में गरज, चक्रवात और भूस्खलन के लिए अतिरिक्त डिजीटल मानचित्र शामिल हैं।

 

यह एटलस 2011 की जनगणना के आवास डेटा के अनुसार दीवार के और छत के प्रकारों के आधार पर जिला-वार आवास भेद्यता जोखिम तालिकाएँ भी प्रस्तुत करता है। एटलस न केवल जनता के लिए बल्कि आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन से संबंधित शहरी प्रबंधकों, राज्य और राष्ट्रीय प्राधिकरणों के लिए भी एक उपयोगी उपकरण है।

 

एटलस पर जाने के लिए कृपया नीचे दिए गए चित्र पर क्लिक करें...

 

 

Vulnerability Atlas of India - 3rd Edition

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Creating Enabling Environment for Affordable Housing for All…… since 1990