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स्थांनीय मितव्यमयिता संघटक = 27 प्रतिशत
द्वितीय श्रेणी की ईंटों में 600 x 600 एमएम फूटिंग के ऊपर 450 x 450 के गारे में नींव |
डिजाइन का उदाहरण: एक मंजिले भवन के लिए नींव
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अपेक्षित अधिकतम चौड़ाई = 2 x दीवार की चौड़ाई + 0.3 मीटर
(यदि ईंट की दीवार की मोटाई 23 सेंटीमीटर मानें) = 2 x 0.23 + 01.3 मीटर = 0.76 मीटर
न्यू-नतम अपेक्षित गहराई =
(P को आधार पर सुरक्षित अनुमत दबाव मानते हुए) = 125 किमी/ वर्गमीटर डब्यू
w क (मिट्टी का वजन) = 18 किमी/ वर्गमीटर
ø मिट्टी के अवलंब का कोण = 30 = 125/18 x 0.111 = 0.77 मीटर
मिट्टी की भार वहन क्षमता मानते हुए = 200 किमी/वर्गमीटर
अपेक्षित चौड़ाई = 125 x 200 = 6.625 मीटर
इस प्रकार नींव की चौड़ाई 76 सेमी और गहराई 77 सेमी होनी चाहिए।
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1. मिट्टी की गुणवत्ता
2. नींव की चौड़ाई एवं सोपान
3. उर्ध्वाधर जोड़ों का विच्छेदन
4. पानी से बचाब
5. ईंटों की उपलब्धता एवं लागत
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1.करनी (पाटा)
2. साहुल
3. धागा
4. तसला
5. बेलचा
6. गैंती
7. टोकरी
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1. मिट्टी में मझोले दर्जे की प्रत्या स्थाा होनी चाहिए
2. चिनाई के ऊर्ध्वा धर जोड़ों का विच्छेीदन ठीक से होना चाहिए
3. एक दिन के निर्माण के बाद चिनाई खड़ी की जानी चाहिए।
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1. गारे के लिए अत्यधिक बलुई एवं मटियार मिट्टी का प्रयोग नहीं करना चाहिए
2. हर रोज की चिनाई की ऊंचाई 1 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए
3. चिनाई जल्दीि से न सूखे।
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