‘’2022तक सबके लिए आवास’’ की ओर भारत सरकार के लक्ष्य को समझते हुए बीएमटीपीसी भारत और साथ ही साथ विदेशों से उभरती एवं नवोन्मेषी आवास प्रौद्योगिकियों को लाने और मुख्य धारा में करने की ओर प्रयास कर रही है। इस प्रयास में, बीएमटीपीसी ने पहले ही भारतीय परिस्थितियों में संरचनात्मक एवं कार्यात्मक आवश्यकताओं सहित सस्ती लागत पर निर्माण की गति, गुणवत्ता, स्थायित्व जैसे पहलुओं पर जोर देकरकई उभरती प्रौद्योगिकियों को छांट लिया है। अपनी सीमा को विस्तृत करने के लिए बीएमटीपीसी विभिन्न उभरती प्रौद्योगिकियों का अध्ययन भी कर रही है और निरंतर आधार पर कार्यप्रदर्शन मूल्यांकन योजना (पीएसीएस) के तहत मूल्यांकन कर रही है।
तथापि विज्ञापन द्वारा, बीएमटीपीसी एजेंसियों/प्रौद्योगिकी प्रदाताओं/निर्माताओं को पीएससीएस के तहत उनकी प्रौद्योगिकियों के प्रमाणन हेतु आवदेन करने के लिए आंमत्रित करती है। इसके अतिरिक्त प्रौद्योगिकी प्रदाताओं के लिए एक मंच तैयार करने हेतु और सार्वजनिक एवं निजी एजेंसियों सहित निर्माण उद्योग तक पहुंच के लिए बीएमटीपीसी उभरती आवास प्रौद्योगिकियों के बारे में जानकारी इक्ट्टा कर रही है और ‘’उभरती आवास प्रौद्योगिकियों हेतु बीएमटीपीसी निर्देशिका’’ के रूप में प्रकाशित करने पर विचार कर रही है। अत: भले ही यदि आप तत्काल पीएसीएस हेतु औपचारिक तौर पर आवेदन करने का निर्णय नहीं ले रहे हों, आप निर्देशिका में सामवेशन हेतु प्रोफार्मा को भर सकते हैं:
कृपया पूरी तरह भरी हुई प्रोफार्मा bmtpc@del2.vsnl.net.in या info@bmtpc.org पर भेजें
पीएसीएस के तहत आवेदन करने के लिए कृपया प्रारंभिक आवेदन प्रपत्र डाउनलोड करें:
(पीएसीएस के बारे में अधिक जानने के लिए कृपया पीएसीएस सेक्शन देखें)
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